मेरे अच्छे दिनों के साथी ,
बचा रखी है कुछ तुम्हारी कल्पनाएँ
बुरे दिनों के लिए मैंने !
जब कभी बेचैनी में नींद न आये
दुबक कर स्मृतियों की दोहर में
लिपट सो रहती हूँ !
मेरे अच्छे समय के साथी!
तुम्हारा हाथ थामे चलते
इन पगडंडियों पर
कुछ हसीं लम्हे चुरा कर रखती गयी हूँ
स्मृतियों की तिजोरी में !
उन दिनों के लिए
जब तुम साथ होकर भी साथ नहीं होते!!
बैंकर हूँ इसलिये यही कहूँगा कि यह स्मृतियों की छोटी-छोटी बचत, यादों की एक बड़ी सम्पदा सिद्ध होती है! और इस कविता से, जो भले ही एक व्यक्तिगत सम्वाद के तौर पर एक व्यक्ति विशेष की उक्ति या अभिव्यक्ति है, मैंने तो यह सन्देश भी पाया है कि जीवन पथ पर जब से स्मृतियाँ ही 'बुरे दिनों के लिये' काम आने वाली हैं, तो क्यों न अपने साथी/साथियों की अच्छाई/अच्छाईयों को ही संजोएँ! ताकि जब भी बुरे दिनों में उसे/उन्हें याद करें तो सब अच्छा-अच्छा ही हो! वैसे भी 'बुरा जो देखन मैं चला...!"
जवाब देंहटाएंबहुत सिम्पल सी कविता, मगर बहुत इंटेंस!!
जिसके पास सुमित्र हों उसे कुदिन का सामना ही नहीं करना पड़ता...यादों का खजाना जो उसके पास है...सुंदर कविता !
जवाब देंहटाएंअच्छे दिनों की स्मृतियाँ ही अवसाद में ऊर्जा देती हैं।
जवाब देंहटाएंसलिल भाई से सहमत हूँ ...... करना थोड़ा कठिन जरूर होता है असंभव नहीं .....
जवाब देंहटाएंवैसे बहुत अच्छी रचना है और उतनी समझदार आप भी .....
हार्दिक शुभकामनायें
यही तो हैं स्मृतियाँ जो संबल बनती हैं.
जवाब देंहटाएंमीठी यादें तंगहाली में पूँजी का काम करतीं हैं ,इसलिये इन्हें संजो कर रखना चाहिये । अच्छी कविता ।
जवाब देंहटाएंमधुर स्मृतियाँ चुपचाप ही विषम को साध लेती हैं - हमेशा साथ देती हैं .
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना...
जवाब देंहटाएंमेरे अच्छे समय के साथी
जवाब देंहटाएंसाथ रहना यूँ ही
तभी तो जीवन की राह को सहयात्री बन काट लेंगे
दर्द को हम बाँट लेंगे
स्मृतियाँ हर समय संबल देती हैं ... चुपचाप चली आती हैं सुनहरी दुनिया में ले जाती हैं ... भावपूर्ण रचना ...
जवाब देंहटाएंस्मृतियाँ ही जीवन हैं ….
जवाब देंहटाएंशानदार प्रस्तुति. से साक्षात्कार हुआ । मेरे नए पोस्ट
जवाब देंहटाएं"सपनों की भी उम्र होती है " (Dreams havel life) पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है।
स्मृतियाँ ही तो है जो ऊर्जा देती हैं।
जवाब देंहटाएंयही तो हमारा सम्बल है .
जवाब देंहटाएंsmrityan hamen prerna aur urja deti hain
जवाब देंहटाएंसमय तो बुरा हो सकता है ,साथी सदा अच्छा ही रहता है स्मृतियों में ....
जवाब देंहटाएंसमय तो बुरा हो सकता है ,साथी सदा अच्छा ही रहता है स्मृतियों में ....
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