मंगलवार, 5 अगस्त 2014

चुभती है आँखों में बहुत हंसती हुई सी लड़कियां ....


चुभती है आँखों में बहुत 
हंसने वाली लड़कियां 
खुश होती गुनगुनाती लड़कियां !

हँसते हँसते एक दूसरे पर गिरती 
दोहरी हुई ठहाकों से 
पेट पकड़कर 
लोटपोट सी होती लड़कियां !!

जब
अपनी ही आंत से रची
कृति पर मुग्ध परमात्मा
उनकी हंसी में शामिल
खुश हो लेता है भरपूर !!


तब उसकी ही बनाई कुछ रचनाएँ
आँखों में खून लिए
ह्रदय की जलन से दग्ध
उबलते
उगलती हैं
लावा , मिटटी और धुआं !!